लंदन : ब्रिटेन में वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है, लेकिन नए किस्म का कोरोना New Coronavirus कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। इसी को देखते हुए बोरिस जॉनसन सरकार Boris Johnson ने मार्च तक पूरे देश में सख्त लॉकडाउन के निर्देश दिए हैं। New Covid lockdown in England की लॉकडाउन 7 हफ्ते का रहेगा।
बताया जा रहा है कि ब्रिटेन सरकार कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े को एक लाख पहुंचने से रोकने की कवायद में लगी है। अब तक महामारी से 75 हजार से ज्यादा जान जा चुकी हैं। 22 फरवरी तक प्रतिबंधों में राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
ये शुरूआती लॉकडाउन जैसा कड़े नियमों वाला है और सोमवार रात से ही लागू कर दिया गया है. मंगलवार से स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी, रिमोट स्टडी माध्यम से ही चलेंगे. बोरिस जॉनसन ने इस घोषणा के साथ ही लोगों से घर में रहने की अपील की. लॉकडाउन की घोषणा के साथ अब लोगों का घर से बाहर निकलना लगभग बंद हो जाएगा और सिर्फ़ ज़रूरी काम से ही लोग बाहर निकल सकेंगे.
अनुमान लगाया जा रहा है कि ये प्रतिबंध फरवरी के मध्य तक लागू रह सकते हैं. प्रधानमंत्री ने देश को संबोधित करते हुए कहा, ”जिस तरह संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, यह स्पष्ट हो गया है कि हमें और मेहनत करने की ज़रूरत है. इसलिए हमें देशव्यापी लॉकडाउन लागू कर देना चाहिए.”
कुछ मामलों में बाहर जाने की इजाजत
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि लोग ज़रूरी कामों के लिए घर से बाहर निकल सकते हैं. जैसे- ज़रूरी सामान, ऑफ़िस जाने के लिए, अगर वर्क फ़्रॉम होम नहीं कर पा रहे हैं तो, एक्सरसाइज़, मेडिकल सहायता और घरेलू हिंसा से बचने के लिए बाहर निकल सकते हैं.
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन के चीफ़ मेडिकल ऑफिसर्स को सुझाव दिया है कि देश में कोविड अलर्ट लेवल-पांच पर कर दिया जाए. इसका मतलब है कि अगर तुरंत एक्शन नहीं लिया गया तो एनएचएस की क्षमता से अधिक मामले आ सकते हैं. उन्होंने बताया कि ब्रिटेन में टीकाकरण का सबसे बड़ा प्रोग्राम शुरू हो चुका है और बाकी यूरोप के मुकाबले ज़्यादा लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है.
बोरिस ने कहा कि टीकाकरण में तेज़ी आ रही है. इसकी वजह ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन है, जिसका टीकाकरण आज से ही शुरू किया गया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि ”अगर सब ठीक रहा तो” फरवरी के मध्य तक सरकार को उम्मीद है कि चार प्राथमिकता वाले समूहों में सभी को वैक्सीन मिल जाएगी.
उन्होंने कहा, ”अगर इन समूहों में हम सभी को वैक्सीन देने में कामयाब रहे तो एक बड़ी आबादी को वायरस के रास्ते से हटा पाएंगे.” बता दें कि ब्रिटेन में फाइजर और ऑक्सफ़ोर्ड वैक्सीन के जरिए इमरजेंसी वैक्सीनेशन का काम पहले ही शुरू किया जा चुका है.
दुनिया में कोरोना के 8.6 करोड़ से ज्यादा केस
दुनिया में कोरोना से अब तक 8 करोड़ 61 लाख 2 हजार 71 केस मिले हैं। 18 लाख 60 हजार 427 मौतें हो चुकी हैं। अच्छी बात ये कि 6 करोड़ 10 लाख 54 हजार 379 लोग ठीक भी हो चुके हैं।
































































































































































































