नई दिल्ली: सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर अपलोड किए जाने पर उठे सवाल के बाद रविवार को बताया कि साइबर टीम और कानून एजेंसियों को शिकायत की जांच करने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि होस्ट प्लेटफॉर्म ‘गिटहब’ (GitHub) ने यूजर को ब्लॉक करने की पुष्टि की है और भारतीय कम्प्यूटर आपदा प्रतिक्रिया दल (CERT) और पुलिस अधिकारी आगे की कार्रवाई के लिए समन्वय कर रहे हैं.
ऐप ‘बुली बाई’ पर तस्वीरें अपलोड करने की घटना पिछले साल जुलाई में ‘सुल्ली डील्स’ पर तस्वीरें अपलोड करने की तरह ही है. दोनों ऐप एक जैसा ही काम करते हैं. ऐप को खोलने पर एक मुस्लिम महिला की तस्वीर बुली बाई के तौर पर सामने आती है. ट्विटर पर अधिक फॉलोवर वाली मुस्लिम महिलाओं, जिनमें पत्रकार भी शामिल है, की चुनिंदा तरीके से उनकी तस्वीरें अपलोड की गई हैं.
वैष्णव ने रविवार को ट्वीट किया, “भारत सरकार दिल्ली और मुंबई में पुलिस के साथ इस विषय पर काम कर रही है.” इससे पहले वैष्णव ने शनिवार देर रात ट्वीट किया था,‘‘GitHub ने आज सुबह यूजर को ब्लॉक करने की पुष्टि की. सीईआरटी और पुलिस अधिकारी आगे की कार्रवाई के लिए समन्वय कर रहे हैं.” मंत्री ने हालांकि इस बात की जानकारी नहीं दी थी कि क्या कार्रवाई की जा रही है.
मुंबई पुलिस ने भी आपत्तिजनक कंटेंट की जांच शुरू की
सीईआरटी साइबर सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए नोडल एजेंसी है. ‘बुली बाई’ की ही तरह ‘सुल्ली डील्स’ को भी GitHub प्लेटफॉर्म पर लॉन्च किया गया था. Sulli deal ऐप पर भी बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें शेयर करी गईं थी और उनकी नीलामी करने की बात कही गई थी.
इस घटनाक्रम पर मुंबई पुलिस ने कहा कि उसने मामले का संज्ञान लिया है और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए कहा गया है. एक अधिकारी ने कहा कि मुंबई साइबर पुलिस ने आपत्तिजनक सामग्री के संबंध में जांच शुरू कर दी है. वहीं दिल्ली पुलिस ने रविवार को एक पत्रकार की शिकायत पर मामले में एफआईआर दर्ज की है.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने जल्द कार्रवाई की मांग की
वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर इस मामले में तेजी से कार्रवाई करने को कहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस तरह के अपराध दोबारा ना हों. NCW ने ट्वीट किया, ” राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस घटना का संज्ञान लिया है. (आयोग की) अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस मामले में तत्काल FIR दर्ज करने के लिए दिल्ली पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा है. कार्रवाई में तेजी लाई जानी चाहिए ताकि इस तरह के अपराध दोबारा ना हों.”
पिछले साल सुल्ली डील्स में मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों के दुरुपयोग के मामले में दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस ने दो FIR दर्ज की थी. लेकिन अब तक दोषियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई.