All Maruti Suzuki vehicles will run on E20 fuel by 2023 : मारुति सुजुकी अब फ्यूल और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के अलावा नए सिलेंडर वाली गाड़ियां बनाने की तैयारियां कर रही है. देश की नंबर एक वाहन निर्माता कंपनी ने हाल ही में घोषणा की थी कि मारुति सुजुकी 2025 में अपना पहला ऑल-इलेक्ट्रिक वाहन पेश करेगी, इस एलान के बाद कंपनी ने पुष्टि की है कि अगले साल यानी 2023 तक उसकी सभी वाहनें E20 यानी 20 फीसदी इथेनॉल से तैयार हुए फ्यूल से चलेंगी.
केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय के मुताबिक सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों को अप्रैल 2023 से E20 फ्यूल पर चलने वाले इंजनों पर स्विच करना होगा. केन्द्र सरकार का मानना है कि ऐसा करके देश में कार्बन के कारण फैल रहे प्रदूषण में कटौती होगी और 2070 तक कार्बन के उत्सर्जन के कारण हो रहे प्रदूषण को शून्य करने में मदद मिलेगी. मारुति सुजुकी के चीफ टेक्निकल ऑफिसर सीवी रमन ने अपने एक बयान में कहा है कि साल 2023 तक कंपनी की सभी वाहनें E20 यानी 20 फीसदी इथेनॉल से तैयार हुए फ्यूल से चलेंगी.
क्या है E20 फ्यूल का मतलब?
वर्तमान समय में भारत में वाहनों को चलाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे पेट्रोल फ्यूल में 10 से 15 फीसदी इथेनॉल ब्लेंड (एक तरह का केमिकल) मिलाया होता है. अगले साल अप्रैल महीने (अप्रेैल 2023) से पेट्रोल फ्यूल में ये इथेनॉल ब्लेंड बढ़ाकर 20 से 25 फीसदी मिलाया जाएगा. इसकी वजह से वायु कम प्रदूषित होगी. क्योकिं इन फ्यूल के जलने से निकलने वाले कार्बन डाई आक्साइड की मात्रा घट जाएगी और फ्यूल इकोनॉमी बढ़ेगी. E20 फ्यूल का इस्तेमाल होने से देश में इंपोर्ट किए जाने वाले फ्यूल का बिल घटेगा.
पुराने इंजनों में करने होंगे थोड़े बहुत बदलाव- सीवी रमन
वाहनों के इंजनों में थोड़े बहुत बदलाव करने होंगे. क्योंकि पुराने इंजन अधिक इथेनॉल वाले पेट्रोल फ्यूल के लिहाज से उपयुक्त नही हैं. E20 फ्यूल को जलाने के लिए पुरान इंजनों में हल्के-फुल्के बदलाव की जरूरत होगी. चीफ टेक्निकल ऑफिसर सीवी रमन बताते हैं कि फ्यूल और रबर होसेस में बदलाव करने की जरुरत होगी और पुराने इंजन को रिकैलिब्रेट यानी साफ-सुधरा करने के साथ उसे अलग पैमाने के साथ तैयार करने की जरुरत होगी. जानकारी के मुताबिक मारुति सुजुकी पहले से ही E85 इंजनों पर काम कर रही है, लेकिन कंपनी इससे जुड़ी जानकारी की पुष्टि नहीं की है.