मुंबई: प्रदेश की 2 हजार 320 ग्राम पंचायतों के वोटों की गिनती सोमवार को गई। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अब तक 589 ग्राम पंचायतों में विजयी पताका फहराई है, जबकि कांग्रेस विचारधारा के स्थानीय गठबंधन ने 132 ग्राम पंचायतों में जीत हासिल की है।इस तरह हमलोगों ने कुल 721 ग्राम पंचायतों में जीत हासिल की है। कुल 1312 ग्राम पंचायतों पर जीत हासिल कर महाविकास आघाड़ी ने राज्य में बढ़त बना ली है।यह बात महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने कही है।उन्होंने कहा कि बीजेपी द्वारा किए गए दावे पूरी तरह से झूठे हैं और अगर उनमें हिम्मत है स्थानीय निकाय चुनाव करा कर दिखाएं ।
सोमवार को तिलक भवन में मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि ग्राम पंचायत चुनाव नतीजों को लेकर भारतीय जनता पार्टी का दावा झूठा और हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि वास्तविकता में चुनाव पार्टी के चिन्हों के आधार पर नहीं लड़े जाते हैं। बीजेपी द्वारा दिए गए आंकड़े फर्जी हैं। उन्हें ग्राम पंचायतों नाम के और विजय उम्मीदवार की सूची की घोषणा करनी चाहिए, तब लोगों को पता चलेगा कि जनता ने किसके पक्ष में परिणाम दिया है। बीजेपी ने पिछले साल बाजार समिति चुनाव में भी ऐसा ही झूठा दावा किया था, लेकिन हकीकत कुछ और थी। राज्य की अधिकांश बाजार समितियों में कांग्रेस और सहयोगी दलों ने जीत हासिल की है।ग्राम पंचायत चुनाव में भी प्रदेश की जनता ने भाजपा को उनकी जगह दिखा दी है , लेकिन उनकी दलील उसी तरह है, जैसे ‘ गिरने के बाद टांग ऊपर ‘ के दावे किए जाते हैं।कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नागपुर जिले में भी बीजेपी का सफाया हो गया है।भंडारा जिले के मोहाडी तालुका में 23 ग्राम पंचायतों में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल की है और केवल 2 ग्राम पंचायतें बीजेपी के पास गई हैं। लेकिन इस हार के बाद भी बीजेपी खुद का पीठ थपथपा रही है।
नाना पटोले ने कहा कि इस ग्राम पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण नहीं होने के लिए भारतीय जनता पार्टी और देवेन्द्र फडणवीस जिम्मेदार हैं। फडणवीस और भाजपा के कारण ओबीसी का राजनीतिक आरक्षण खत्म हो गया है। फडणवीस ने सत्ता में आने पर 24 घंटे के भीतर ओबीसी समुदाय को आरक्षण देने का वादा किया था, लेकिन डेढ़ साल के कार्यकाल के बाद भी ओबीसी समुदाय को राजनीतिक आरक्षण नहीं मिला है। प्रदेश की जनता ने भाजपा का के झूठे चेहरे का पर्दाफाश कर दिया है । महाराष्ट्र में सभी क्षेत्रों में कांग्रेस का प्रभाव कायम है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने अजीत पवार के महागठबंधन में आने से फायदा होने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अगर महागठबंधन को फायदा हुआ है तो वे विधानसभा भंग कर चुनाव कराने की हिम्मत क्यों नहीं दिखाते। यह सरकार तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा जैसा है। अगर इनमें इतना दम है तो पार्टी चुनाव चिन्हों पर होने स्थानीय निकायों के चुनाव कराने से क्यों डर रही है ।
पटोले ने कहा कि राज्य में सूखा है और सरकार ने सिर्फ 40 तालुकाओं में सूखा घोषित किया है।दिवाली का त्यौहार नजदीक है लेकिन किसानों को अभी तक आर्थिक मदद नहीं मिली है। बेमौसम नुकसान का मुआवजा भी नहीं मिला है और 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन सहायता भी नहीं मिली है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है और किसानों को आत्महत्या करने के लिए विवश कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में एक चुनावी सभा में धान के लिए 3100 रुपये की गारंटीकृत कीमत की घोषणा की । लेकिन पूरे देश में धान की एमएसपी 2600 रुपए है। प्रधानमंत्री सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही 3100 रुपये का भुगतान क्यों करते हैं, पूरे देश के किसानों को क्यों नहीं ? नाना पटोले ने यह भी सवाल पूछा है कि 500 रुपये में सिलेंडर देने की भाषा सिर्फ चुनाव वाले राज्यों में ही क्यों इस्तेमाल की जाती है। पूरे देश में 500 रुपये में सिलेंडर क्यों नहीं दिया जाता है।