Won't rest in peace without burying Maharashtra's traitors: Uddhav Thackeray
Won't rest in peace without burying Maharashtra's traitors: Uddhav Thackeray

नवी दिल्ली: महाराष्ट्र में ठाकरे गुट (Thackeray Group) और शिंदे गुट (Shinde Group) के बीच चुनाव चिन्ह को लेकर चल रही लड़ाई पर चुनाव आयोग ने फैसला सुना दिया है. चुनाव आयोग ने दोनों गुटों पर पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह तीर-कमान के उपयोग पर पाबंदी लगा दिया है. इसके बाद से ही ठाकरे गुट से इसके खिलाफ आवाज उठने लगी है. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के गुट ने इस फैसले को अन्याय बताया है. दरअसल, जून में शिवसेना के दो हिस्से हो गए थे, जिसमें एक गुट उद्धव ठाकरे के साथ और दूसरा गुट एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के साथ हो गया था. इसके बाद दोनों गुटों में खुद को असली शिवसेना बताने होड़ लगी थी. साथ ही साथ दोनों पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर अपनी दावेदारी कर रहे थे. चुनाव आयोग के फैसले से ये घमासान जरूर खत्म हुआ है लेकिन सवाल है कि क्या ठाकरे इसे स्वीकार कर पाएंगे?

 मुंबई की अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर तीन नवंबर को उपचुनाव होने हैं. इस चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग को पार्टी के सिंबल पर फैसला करना था, जिसके तहत अपने आदेश में आयोग ने कहा कि इस उपचुनाव में दोनों गुटों में से किसी को भी शिवसेना के नाम और तीर-कमान के उपयोग की अनुमति नहीं है. ठाकरे के वफादार महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अम्बादास दानवे ने कहा कि निर्वाचन आयोग को उपचुनाव के लिए अंतरिम आदेश जारी करने के स्थान पर समेकित फैसला लेना चाहिए था. उन्होंने कहा, यह अन्याय है.

हम लड़ेंगे और जीतेंगे- आदित्य ठाकरे

दानवे ने कहा कि आयोग को उपचुनाव के लिए अंतरिम निर्णय पारित करने के बजाय समग्र तरीके से निर्णय लेना चाहिए था. शिवसेना के नेता व पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने निर्वाचन आयोग के आदेश के बाद शिंदे गुट पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट किया, खोखेवाले गद्दारों के शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह फ्रीज कराने की शर्मनाक हरकत की है. उन्होंने कहा, हम लड़ेंगे और जीतेंगे. हम सच के साथ हैं. सत्यमेव जयते!

आदित्य ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर हरिबंश राय बच्चन की प्रसिद्ध कविता अग्निपथ भी पोस्ट की है. वहीं, शिंदे गुट के नेता व सासंद प्रतापराव जाधव ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने सही फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन करके शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की विचारधारा को त्याग दिया है.

आज तय होगा पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह

पार्टी के दोनों गुटों द्वारा नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा किए जाने की पृष्ठभूमि में एक अंतरिम आदेश जारी करके निर्वाचन आयोग ने दोनों से कहा है कि वे सोमवार तक अपनी-अपनी पार्टी के लिए तीन-तीन नये नाम और चुनाव चिन्ह सुझाएं. आयोग दोनों गुटों द्वारा सुझाए गए नामों और चुनाव चिन्हों में से उन्हें किसी एक का उपयोग करने की अनुमति देगा. अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव नजदीक आने की स्थिति में शिंदे गुट द्वारा अनुरोध किए जाने पर आयोग ने अंतरिम आदेश जारी किया है.

 

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