Argentina’s Senate: अर्जेंटीना की प्रबंधकारिणी समिति ने गर्भपात विधेयक बिल मंजूर किया गया है. argentina legalize elective aborion अब ये लैटिन अमेरिका Latin American में चौथा देश बन गया है जिसने गर्भपात को मंजूरी दी है. गर्भपात को वैध बनाने के लिए अमेरिका के सीनेट ने 29 के पक्ष में 38 वोट दिए.
एक बिल के माध्यम से प्रक्रिया की अनुमति दी गई गर्भावस्था के 14 वें सप्ताह, बकिंग के पारंपरिक रूप से मजबूत प्रभाव क्षेत्र में कैथोलिक चर्च के अनुसार रखा गया ये मैराथन बहस शाम 4 (19:00 GMT) बजे शुरू हुई मंगलवार को हजारों लोग नेशनल कांग्रेस के चौंक में जमा हो गए और 12 घंटो की बहस में हिस्सा लिया इस नारे के साथ के “गर्भपात को हॉस्पिटल में वैध करार दिया जाए”.
विवियाना रियोस Viviana Rios ने कहा “मैं विश्वास नहीं कर सकता,” और 25 साल की अल्वाराडो Alvarado ने उसे गले लगा लिया वोट के बाद ये मित्र क्षण था.
विवियाना रियोस Viviana Rios ने कहा “इतनी सारी चीज़ें जो हम कर चुके हैं या जिन लोगों से हम प्यार करते हैं, वे पीड़ित हैं लेकिन अभी सब खत्म हो गया हमें और पीड़ित होने की जरूरत नहीं यह हमारे लिए और सब के लिए अविश्वसनीय हैं . देश में चल रही लंबी मुहिम के बाद अब यह निश्चिंत हो गया हैै.
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कांग्रेस के बाहर लोग एकत्र हो गए प्रार्थना करने लगे के गर्भपात को कानूनी मंजूरी मिल जाए और यह वैध हो जाए. दूसरी तरफ अर्जेंटीना अन्य नागरिक गर्भपात के खिलाफ थे इस बिल की मंजूरी नहीं चाहते थे.
गर्भपात को कानूनी मान्यता प्राप्त हो गई है जिसके तहत अर्जेंटीना के नागरिक अस्पताल में अपना गर्भपात कर सकते हैं और इसे वैध करार दिया गय. भारत के कानून में गर्भपात एक मुख्य अपराध माना जाता है जिसके लिए भारत की सरकर अलग-अलग मुहिम चलाकर लोगों को जागृत करती है कि इस तरह के गर्भपात ना हो और इसके लिए सख्त कानून बनाए गए है.

































































































































































































