Mahayuti government should immediately call a special session of the state legislature on the burning issue of the state: Nana Patole.
Mahayuti government should immediately call a special session of the state legislature on the burning issue of the state: Nana Patole.

मुंबई : राज्य में इस वक्त आरक्षण के मुद्दे पर मराठा (Maratha) और ओबीसी (OBC) समुदाय आमने-सामने हैं। आरक्षण मुद्दे पर ट्रिपल इंजन सरकार का रुख स्पष्ट नहीं होने से यह टकराव बढ़ता जा रहा है। इस वजह से समाज में संदेह बढ़ रहा है। आरक्षण के मुद्दे पर राज्य सरकार में ही एकराय नहीं है। सरकार में शामिल एक मंत्री अलग बयान दे रहे हैं, जबकि दूसरे मंत्री की राय अलग है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने राज्य सरकार को आगाह करते हुए कहा कि वह इस मुद्दे पर ठोस भूमिका पेश कर मराठा और ओबीसी समुदाय को गुमराह करना बंद करे।  

इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री कह रहे हैं कि सरकार मराठा समुदाय को आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है, तो क्या उन्हें मराठा समुदाय को आरक्षण देने से किसी ने रोका है? केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बने 10 साल हो गए, उन्होंने आज तक मराठा आरक्षण पर फैसला क्यों नहीं लिया? पिछले महीने संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया था। अगर केंद्र सरकार इस विशेष सत्र में आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा हटाने का फैसला करती तो यह मामला सुलझ जाता। पटोले ने कहा कि अब मोदी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। संसद का आखिरी सत्र दिसंबर में होगा और फिर फरवरी में चुनाव आचार संहिता लग सकती है।  

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार का यह रुख सही है कि एक समुदाय से आरक्षण हटाकर दूसरे को देना गलत है, लेकिन राज्य सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बयानों में विरोधाभास हैं।’ ये सब बंद होना चाहिए और कोई ठोस रुख अपनाना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर आरक्षण का मुद्दा सुलझाना है तो सभी को हमारे नेता राहुल गांधी की इस मांग का समर्थन करना चाहिए कि जाति के आधार पर जनगणना होनी चाहिए और आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा हटा दी जानी चाहिए’। तभी इन सभी मुद्दों को हल किया जा सकता है।

छत्रपति संभाजीनगर में 250 करोड़ रुपए की ड्रग्स मिलने पर प्रतिक्रिया देते हुए नाना पटोले ने कहा कि गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह में तीन-चार बार करोड़ों रुपये की ड्रग्स पकड़ी गई है। जब से देश के बंदरगाह सत्ता के मित्रों को सौंपे गए हैं, तब से देश में बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं आ रही हैं। इन सबकी जड़ें इन निजी बंदरगाहों में हैं। भाजपा सरकार युवाओं को नशीली दवाएं और बीयर उपलब्ध करा कर उन्हें नशे के दलदल में डालने का पाप कर रही है। शिंदे सरकार ने अब बीयर की कीमतें कम करने के लिए एक कमेटी नियुक्त की है. कल को ये सरकार राशन पर भी बीयर बेचने का काम करेगी। क्या सरकार की योजना लोगों को पानी की जगह बीयर पिलाने की है । नाना पटोले ने यह भी कहा कि बीजेपी सरकार युवा पीढ़ी को बर्बाद करने का काम कर रही है, यह आरोप नहीं बल्कि सच्चाई है।

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