मुंबई: राज्य में पिछले कुछ दिनों से जानबूझ कर मराठा बनाम ओबीसी विवाद को तूल दिया जा रहा है। बीजेपी को मराठा, ओबीसी, धनगर समाज से किए वादे पूरे करने चाहिए। अगर सरकार कह रही है कि वह किसी भी वर्ग के आरक्षण कोटे को नुकसान पहुंचाए बिना दूसरे वर्ग को आरक्षण देगी। ऐसे में राज्य सरकार को लोगों को स्पष्ट रूप से बताना चाहिए कि वह क्या करेगी। लेकिन सरकार की भूमिका स्पष्ट नहीं है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने कहा है कि मराठा – ओबीसी समुदायों के बीच विवाद सरकार द्वारा प्रायोजित है और सरकार को आरक्षण को लेकर शुरू हुए इस बवाल को रोकना चाहिए।
शुक्रवार को नागपुर में मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की समस्याएं अहम हैं लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। सरकार किसानों, बेरोजगार युवाओं, आम लोगों की भावनाओं को नहीं समझती है लेकिन कांग्रेस के लिए लोगों के बुनियादी मुद्दे महत्वपूर्ण हैं। कौन क्या कहता है, यह कांग्रेस और महाराष्ट्र की जनता के लिए महत्वपूर्ण नहीं है और किसी को इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। भाजपा आरक्षण विरोधी पार्टी है और देश के प्रधानमंत्री यह कहकर आरक्षण खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं कि गरीबी एक जाति है। पटोले ने कहा कि आरक्षण मुद्दे पर कांग्रेस की स्थिति स्पष्ट है। हमारा साफ़ तौर से कहना है कि जातिवार जनगणना मराठा, ओबीसी, धनगर समुदाय सहित सभी समुदायों की आरक्षण समस्या का समाधान कर सकती है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी पहले ही साफ कर चुके हैं कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो जातिवार जनगणना कराने का फैसला लिया जाएगा।
महाराष्ट्र ने कौन सा पाप किया है?
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा विज्ञापन दिया है कि अगर राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार आएगी तो वह 450 रुपए में गैस सिलेंडर देगी। बीजेपी के बड़े नेता भी 450 रुपए में सिलेंडर देने की बात कर रहे हैं। फिलहाल महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार है तो बीजेपी सरकार राज्य में 450 रुपए में सिलेंडर क्यों नहीं दे रही है? महाराष्ट्र के लोगों ने क्या पाप किया है? यह सारे वादे फर्जी है। उज्ज्वला गैस योजना में केवल 20 प्रतिशत सिलेंडर ही रिफिल कराए जाते हैं।यह योजना पूरी तरह से फेल हो गई है लेकिन गरीबों को उज्ज्वला योजना के नाम से मिलने वाला केरोसिन भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है। मुनाफा कमाना सरकार का काम नहीं है लेकिन 2014 से केंद्र की बीजेपी सरकार मुनाफा कमाने के लिए काम कर रही है। लोगों को लूटकर मुनाफा कमाने का यह चलन डरावना है।
‘ पनौती ‘ ट्वीट पर इतना विवाद क्यों?
एक सवाल के जवाब में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पनौती नहीं कहा है। वह देश के सम्मानित प्रधानमंत्री हैं। पिछले दो-तीन दिनों से सोशल मीडिया पर पनौती शब्द ट्रेंड कर रहा है। इसका मतलब अहंकार होता है और हर कोई कह रहा है कि अहंकार प्रवृति के लोगों को जाना चाहिए। ट्वीट में भी यही जिक्र है।अगर भाजपा इसे अपने ऊपर ले रही है, तो यह उनकी समस्या है।