नई दिल्ली: भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने बीएफडब्ल्यू वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई है। वो तीसरे भारतीय खिलाड़ी हैं, जो इस टूर्नामेंट का फाइनल खेलेंगे। उनसे पहले पीवी सिंधू और साइना नेहवाल इस टूर्नामेंट का फाइनल खेल चुकी हैं। श्रीकांत ने सेमीफाइनल मैच में भारत के ही लक्ष्य सेन को हराया। इस मैच में श्रीकांत पहला सेट हार गए थे, लेकिन इसके बाद वापसी करते हुए उन्होंने बाकी दोनों सेट जीते और फाइनल मैच में जगह बनाई। अब श्रीकांत का कम से कम सिल्वर मेडल जीतना तय हो गया है।
इस मैच की शुरुआत में दोनों खिलाड़ियों बराबरी पर चल रहे थे, लेकिन बाद में लक्ष्य ने बढ़त बनाते हुए पहला गेम 21-17 से अपने नाम कर लिया। इसके बाद श्रीकांत ने दूसरे सेट में वापसी की 21-14 से जीत दर्ज की। तीसरे सेट में भी दोनों खिलाड़ी शुरुआत में बराबरी पर थे पर बाद में श्रीकांत ने शानदार खेल दिखाते हुए यह सेट 21-17 से जीत लिया और फाइनल में जगह बना ली।
AND HE DID IT 😍@srikidambi became first ever 🇮🇳 Male shuttler to enter final at #WorldChampionships after defeating compatriot @lakshya_sen in a thrilling all Indian semifinal 💥
Well done both of you 👏#BWFWorldChampionships2021#IndiaontheRise#Badminton pic.twitter.com/s9gHc0SwpE
— BAI Media (@BAI_Media) December 18, 2021
पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचे थे लक्ष्य और श्रीकांत
श्रीकांत के बाद लक्ष्य दोनों पहली बार इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचे थे। लक्ष्य यह कारनामा करने वाले चौथे भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं। इससे पहले प्रकाश पादुकोण ने 1983, बी साई प्रणीत ने 2019 और श्रीकांत ने इसी साल यह कारनामा किया। लक्ष्य इसी के साथ बीडब्लूएफ विश्व चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाले सबसे युवा पुरुष खिलाड़ी भी बन गए हैं। दो मेडल के साथ भारत के इस टूर्नामेंट में कुल 12 मेडल हो गए हैं। प्रकाश, साई प्रणीत, श्रीकांत और लक्ष्य के अलावा पीवी सिंधु ने पांच मेडल जीते हैं। वहीं, साइना नेहवाल के नाम दो मेडल हैं। ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने 2011 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।