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Maruti Suzuki India Q2FY23 Results: देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने दूसरी तिमाही में शानदार नतीजों का एलान किया है. शुक्रवार को घोषित नतीजों के मुताबिक जुलाई से सितंबर 2022 के तीन महीनों के दौरान कंपनी के स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 334 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है. सप्लाई से जुड़ी दिक्कतों में कमी और पिछले साल के आंकड़ों को लो-बेस इस जबरदस्त उछाल की बड़ी वजह है.

हालात में सुधार का आंकड़ों पर असर

मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान मारुति सुजुकी इंडिया ने 2,061.5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है, जबकि पिछले साल की इसी अवधि के दौरान यह आंकड़ा सिर्फ 475.3 करोड़ रुपये ही रहा था. दरअसल, पिछले साल ऊंची कमोडिटी प्राइसेज और चिप शॉर्टेज के कारण कंपनी की अर्निंग्स पर काफी बुरा असर पड़ा था. मौजूदा साल के दौरान इस मामले में हालात पहले से बेहतर हुए हैं, जिसका फायदा कंपनी को मिला है. इसके अलावा कंपनी के बिक्री वॉल्यूम, अन्य आय में बढ़ोतरी और ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस में सुधार का असर भी इस साल के प्रदर्शन में नजर आ रहा है.

 स्टैंडअलोन रेवेन्यू में 46% का इजाफा

इस साल की दूसरी तिमाही में कंपनी की ऑपरेशंस से होने वाली स्टैंडअलोन रेवेन्यू सालाना आधार पर 46 फीसदी बढ़कर 29,931 करोड़ रुपये रही है. मारुति सुजुकी इंडिया के शानदार आंकड़ों के कारण कंपनी के शेयर में भी जबरदस्त तेजी देखने को मिली. शुक्रवार को कंपनी के शेयर एनएसई में करीब 5 फीसदी की तेजी के साथ 9492.55 पर बंद हुए. इससे पहले इसने 52 हफ्तों का नया रिकॉर्ड बनाते हुए 9,549.95 का स्तर भी छू लिया.

 सितंबर तिमाही में 5.17 लाख गाड़ियां बेचीं

सितंबर 2022 में खत्म तिमाही के दौरान मारुति सुजुकी ने करीब 5.17 लाख गाड़ियां बेचीं. इसमें से 4.54 लाख गाड़ियां कंपनी ने घरेलू बाजार में बेचीं, जबकि 63,195 गाड़ियां एक्सपोर्ट की गई हैं. कंपनी ने इससे पहले किसी भी तिमाही में इतनी गाड़ियां नहीं बेची थीं. पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले यह 36 फीसदी अधिक है.

हालांकि इस अच्छे प्रदर्शन के बावजूद इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स की कमी की समस्या अब भी पूरी तरह दूर नहीं हुई है. कंपनी के मुताबिक सितंबर तिमाही के दौरान इन कंपोनेंट्स की किल्लत का असर करीब 35 हजार गाड़ियों के उत्पादन पर पड़ा. यही नहीं, सितंबर तिमाही के अंत तक ग्राहकों से मिले करीब 4.12 लाख गाड़ियों के ऑर्डर पेंडिंग थे, जिनमें से 1.3 लाख गाड़ियों के ऑर्डर हाल में लॉन्च मॉडल्स की प्री-बुकिंग के तौर पर प्राप्त हुए हैं.

पिछले साल सामान्य नहीं थे हालात

सितंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 2,046.3 करोड़ रुपये रहा. जबकि ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 670 बेसिस प्वाइंट की जबरदस्त उछाल के साथ 7.2 फीसदी पर जा पहुंचा. हालांकि पिछले साल कमोटिडी प्राइसेज़ में तेज बढ़ोतरी और इलेक्ट्रिक कंपोनेंट की सप्लाई में आ रही दिक्कतों के ऑपरेटिंग प्रॉफिट में भारी गिरावट आई थी, जिसे देखते हुए पिछले साल की समान अवधि से तुलना करने पर सही तस्वीर सामने नहीं आती है.

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