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भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री (Britain Prime Minister) होंगे। सोमवार को कंजर्वेटिव पार्टी के संसदीय दल ने सुनक को नेता चुना। किंग चार्ल्स-IIIआज यानी मंगलवार को सुनक को PM का अपॉइंटमेंट लेटर सौंपेंगे।

BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे पहले भारतीय समय के अनुसार दोपहर 1:30 बजे लिज ट्रस कैबिनेट की बैठक करेंगी। वो दोपहर 2:45 बजे पीएम हाउस से देश को प्रधानमंत्री के तौर पर आखिरी बार संबोधित देंगी। इसके बाद बकिंघम पैलेस जाकर किंग चार्ल्स-III को इस्तीफा सौंपेंगी। इसके कुछ देर बाद किंग चार्ल्स-IIIसुनक को PM का अपॉइंटमेंट लेटर देंगे। सुनक आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री बनने के बाद शाम 4 बजे पीएम हाउस से देश को संबोधित करेंगे।

 ब्रिटेन की आर्थिक स्थिति सुधारना सबसे बड़ी चुनौती

प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद सुनक के सामने कई चुनौतियां होंगी। सबसे मुश्किल चुनौती ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को सुधारना होगा। ‘द गार्डियन’ के मुताबिक मीटिंग में सुनक ने पार्टी सांसदों के साथ हुई प्राईवेट मीटिंग के बाद कहा- हमारे सामने वो सब समस्याएं हैं जो पहले से थीं और अब आर्थिक संकट भी है। हम साथ मिलकर इस संकट से बाहर निकलेंगे। हमें हर मोर्चे पर एकजुट रहना होगा। मैं कंजर्वेटिव पार्टी से प्यार करता हूं, उसकी सेवा करूंगा। देश को कुछ वापस दे पाना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है। मैं वादा करता हूं कि मैं पूरी ईमानदारी से काम करूंगा।

लोगों के बीच सुनक की लोकप्रियता

सुनक की जीत का एक बड़ा कारण उनकी बैंकर की छवि है। बतौर PM ट्रस के विफल रहने का सबसे बड़ा कारण आर्थिक मोर्चे पर विफल रहना था। ब्रिटेन में महंगाई चुनाव का अहम मुद्दा रहा। ब्रिटेन में आर्थिक अस्थिरता भी रही जिसके बाद जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री रह चुके सुनक इकोनॉमिक बेल आउट प्लान लाए थे, इसे मिडिल क्लास ने खासा सराहा था और लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ गई।

  • सुनक ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की।
  • राजनीति में आने से पहले ऋषि ने इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैश और हेज फंड में काम किया। इसके बाद उन्होंने इन्वेस्टमेंट फर्म की भी स्थापना की।
  • उनकी मां एक फार्मासिस्ट और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (MHS) में कार्यरत हैं। सुनक के पिता ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से ग्रैजुएट हैं।

जीत के करीब कैसे पहुंचे सुनक

सुनक को चुनौती देने वाली पेनी मॉरडॉन्ट ने सोमवार यानी 24 अक्टूबर शाम करीब 6.30 बजे (भारतीय समय के अनुसार) अपना नाम वापस ले लिया था। इसके पहले पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी नाम वापस लिया था। सुनक को करीब 200 सांसदों का समर्थन मिला। पेनी के पास यह आंकड़ा 26 ही रहा। सुनक की जीत के बाद पेनी मॉरडॉन्ट पार्टी सांसदों से मिलीं। कहा- मेरी फिक्र मत कीजिए। मैं बिल्कुल ठीक हूं। नए प्रधानमंत्री को पूरे समर्थन का वादा करती हूं।

 कैमरॉन बोले- मेरी भविष्यवाणी सच साबित हुई

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरॉन ने सुनक को बधाई देते हुए कहा- मैंने 10 साल पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि एक दिन भारतीय मूल का कोई व्यक्ति ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनेगा। आज मेरी बात सच साबित हो गई है।

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