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कोलकाता: पश्चिम बंगाल के पंचायत मंत्री और वरिष्ठ टीएमसी नेता सुब्रत मुखर्जी (Subrata Mukherjee) का 75 साल की उम्र में गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में निधन हो गया. उनके निधन पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने दुख जताते हुए हुए कहा कि ये उनके लिए एक व्यक्तिगत क्षति है. ममता बनर्जी ने कहा कि वो एक समर्पित पार्टी कार्यकर्ता थे और हमेशा लोगों के लिए काम करते थे. ये मेरे लिए बहुत बड़ी क्षति है. गोवा से कोलकाता लौटते ही मैं उनसे मिलने आई थी. अस्पताल के प्रिसिंपल ने मुझे बताया कि उन्हें शुक्रवार को छुट्टी मिलनी थी. रोशनी के त्योहार पर, ये एक महान अंधेरा है.

वहीं पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि सुब्रत मुखर्जी का रात 9:22 बजे निधन हो गया. उन्होंने कहा कि ये टीएमसी के लिए बहुत बड़ी क्षति है. साथ ही कहा कि इस हफ्ते की शुरूआत में उनकी एंजियोप्लास्टी हुई थी. अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार सुबह कोलकाता के रवींद्र सदन में रखा जाएगा. इसके बाद पार्थिव शरीर को बालीगंज ले जाया जाएगा और फिर उनके पैतृक आवास ले जाया जाएगा. दिग्गज नेता और पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी (76) को एसएसकेएम अस्पताल में पिछले महीने 25 अक्टूबर को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था. मुखर्जी के पास तीन और विभागों का प्रभार था.

पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि ये पश्चिम बंगाल के लिए एक बड़ी क्षति है. ऐसा लगता है कि मैंने अपने बड़े भाई को खो दिया है. कुछ दिन पहले मैं उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने अस्पताल गया था और उनसे बात की थी. ये भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है.

पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार ने मुखर्जी के निधन को बंगाल की राजनीति के एक महान युग का अंत बताया. उन्होंने कहा कि ये निश्चित रूप से बहुत दुखद है. वो सिद्धार्थ शंकर रे की सरकार में सबसे कम उम्र के कैबिनेट मंत्री थे. तब से लेकर आज तक वो एक लोकप्रिय नेता थे. उनकी आत्मा को शांति मिले.

कोलकाता के पूर्व महापौर भी रह चुके हैं सुब्रत मुखर्जी 

अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव में बल्लीगंज सीट से चुनाव जीतकर सुब्रत मुखर्जी ने विधायक के तौर पर 50 साल पूरे किए थे. वो 1970 में पश्चिम बंगाल में कांग्रेस सरकार में मंत्री थे और 2011 से ही तृणमूल कांग्रेस सरकार में मंत्रिमंडल में हैं. वो कोलकाता के पूर्व महापौर भी रह चुके हैं. इससे पहले नारद स्टिंग मामले में जेल भेजे गए सुब्रत मुखर्जी को इसी प्रकार की बीमारी के कारण मई में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

शुभेंदु अधिकारी ने भी सुब्रत मुखर्जी के निधन पर जताया दुख

वहीं नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने सुब्रत मुखर्जी के निधन पर दुख जताया है. शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर कहा कि अनुभवी राजनेता और पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री सुब्रत मुखर्जी के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है. मेरी संवेदनाएं उनके शोक संतप्त परिवार के सदस्यों, प्रशंसकों और समर्थकों के साथ हैं. उनकी आत्मा को शाश्वत शांति मिले. ओम शांति.

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