दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए कृषि कानून के विरोध में दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर एक आंदोलनकारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी है. किसान ने धरना स्थल पर लगाए गए एक शौचालय में फांसी लगाकर आत्महत्या की है.
आत्महत्या करने वाले मृतक कश्मीर सिंह Kashmir Singh ने एक सुसाइड नोट लिखा है जिसमें कहा है “मेरी शहादत बेकार ना जाए” साथ ही मृतक कश्मीर सिंह ने अपनी अंतिम इच्छा भी लिखी है के “यूपी दिल्ली बॉर्डर पर ही उसका अंतिम संस्कार हो.”
धरने के 38वा दिवस पर बीजेपी सरकार चुप्पी साधे हुए हैं जहां से का कोई ठोस निर्णय सामने नहीं आया है और आंदोलनकारी जमकर विरोध कर रहे हैं अपनी जाने दे रहे हैं.
आंदोलनकारी किसानों की आवाज केंद्र सरकार तक अब तक पहुंचने पाई है केंद्रीय बिल को किसानों के पक्ष में बता रही है पर किसान जानते हैं कि भविष्य में इस बिल के आने से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.
हालांकि मृतक कश्मीर सिंह के अभी तक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है. लेकिन सूत्रों के अनुसार मृतक कश्मीर सिंह के आत्महत्या का कारण कृषि कानून ही है. सरकार को किसानों पर लगाए गए अपने कृषि कानून में बदल करना अनिवार्य हो गया है.






























































































































































































