रायपुर l छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल (Bhupesh Baghel) के पिता नंद कुमार बघेल (Nand Kumar Baghel) को रायपुर पुलिस ने मंगलवार को आगरा से गिरफ्तार कर लिया. उन्हें जिला कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. 84 वर्षीय बघेल पर ब्राह्मणों के खिलाफ बयानबाजी का आरोप है. उनके खिलाफ रायपुर के डीडी नगर थाने में केस दर्ज कराया गया था.
नंदकुमार बघेल पर आरोप है कि उन्होंने ब्राह्रमणों को विदेशी कहा था और उन्हें देश से बाहर भगाने की अपील की थी. इस कथित बयान के बाद यूपी सर्व ब्राह्मण समाज ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. मुख्यमंत्री बघेल ने कहा था कि अगर उनके पिता ने यह बयान दिया है तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. देश के इतिहास में शायद ही पहले कभी ऐसा हुआ होगा जब किसी राज्य के मौजूदा सीएम के पिता को इस तरह गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है.
भूपेश बघेल ने कहा था, पिता के खिलाफ होगी कार्रवाई
एफआईआर दर्ज होने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि मुख्यमंत्री के रूप में मेरी जिम्मेदारी बनती है कि समाज में सामाजिक समरसता बना रहे. अगर कोई इसे तोड़ने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी. मेरे पिता ने अगर किसी समाज के खिलाफ यह बात कही है तो मुझे उसका दुख है. इस तरह की बात नहीं की जानी चाहिए. उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
नंद कुमार बघेल की इस गिरफ्तारी के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं. कहा जा रहा है कांग्रेस यूपी में ब्राह्मण वोटरों को नाराज नहीं करना चाहती है. इसलिए भूपेश कुमार बघेल पर अपने पिता को गिरफ्तार करने का दबाव बढ़ गया था. इसके अलावा छत्तीसगढ़ में टीएस देव और ब्राह्मण नेताओं की लॉबी का भी मुख्यमंत्री पर भारी दबाव था.
हाल ही में भूपेश सिंह बघेल ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की थी. कहा जा रहा था कि टीएस देव ढाई-ढाई साल के सीएम पद के फॉर्मूले पर अड़े हुए थे. राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाएं तेजी से चल रही हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर सब कुछ ठीक होने की बात दोनों गुटों की तरफ से कही जा रही है. जानकारों का कहना है कि इन दोनों खेमों में विवाद उसी दिन से शुरू हो गया था, जब राज्य की कमान भूपेश बघेल को सौंपी गई थी. हालांकि शीर्ष नेतृत्व ने फिलहाल भूपेश बघेल के नेतृत्व में ही विश्वास जताया है.