मुंबई: महाराष्ट्र के दक्षिणी समुद्री तटों पर समुद्री तूफान ‘ताऊ ते’ का खतरा लगातार बना हुआ है। 18 मई को यह गुजरात के तटवर्ती क्षेत्रों से टकराएगा। मौसम विभाग के मुताबिक, इससे पहले यह महाराष्ट्र के तटीय इलाके जैसे रायगढ़, सिंधुदुर्ग, मुंबई और पालघर समेत कोंकण के कुछ इलाकों को प्रभावित कर सकता है। तूफान के दौरान इन इलाकों में 175 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
तटीय इलाकों में संभावित खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विशेष रूप से पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के तटीय क्षेत्रों के जिला प्रशासन, संभागीय आयुक्तों और जिला कलेक्टरों को सतर्क और चक्रवात को लेकर तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। इन जिलों के तटीय इलाकों में स्थित गांववालों को भी हटाया जा रहा है।
अलीबाग के समुद्र में फंसी 15 नावें
इस बीच यह जानकारी सामने आ रही है कि अलीबाग से मछली पकड़ने के लिए गई 15 नावें अभी भी समुद्र में ही हैं। तूफान के खतरे को देखते हुए शुक्रवार को ही सभी नावों को लौटने का निर्देश दिया गया था। रायगढ़ के जिलाधिकारी ने तट से सटे सभी तालुकाओं के तहसीलदारों को निर्देश दिया है कि वे समुद्र किनारे रहने वाले गांववालों के स्थानांतरण की पूरी व्यवस्था करें।
सभी कोविड सेंटर्स को सुरक्षित करने का काम जारी
ताऊ-ते के कोंकण और मुंबई के समुद्री इलाकों से गुजरने की आशंका के मद्देनजर मुंबई में सभी जंबो कोविड सेंटर व अन्य कोविड सेंटरों को सुरक्षित करने का काम किया जा रहा है। कोविड सेंटर के तंबू को मजबूत करने के साथ आसपास के पेड़ों की टहनियों की छंटाई की जा रही है। साथ ही, ऑक्सीजन टैंक को आसपास के पेड़ों से कोई क्षति न पहुंचे, इसकी विशेष रूप से कोशिश की जा रही है। हालांकि, चक्रवात से मुंबई को नुकसान होने की आशंका नहीं है, लेकिन BMC ने ऐहतियातन कई कदम उठाए हैं।
BMC के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि चक्रवात के मुंबई में असर की कम आशंका है, इसके बावजूद हम कोविड सेंटरों की सुरक्षा को पुख्ता कर लेना चाहते हैं। सभी वॉर्ड ऑफिसर को निर्देश दिया गया है कि वह कोविड सेंटर को सुरक्षित रखने के कदम उठाएं। काकानी ने कहा कि कोविड सेंटर से किसी भी आपात स्थिति में मरीजों को कहीं शिफ्ट करने की भी व्यवस्था तैयार रखने का निर्देश दिया गया है।
सिंधुदुर्ग में भी 38 गांव के लोगों को स्थानांतरित किया जा रहा है
चक्रवाती तूफान के बढ़ते खतरे को देखते हुए सिंधुदुर्ग जिले में भी अलर्ट जारी किया गया है। यहां के तटीय इलाकों में स्थित 38 गांव के लोगों को स्थानांतरित करने का काम किया जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान 2 दिन तक यहां के तटीय इलाकों को प्रभावित कर सकता है।
बांद्रा वर्ली सी लिंक अगले 2 दिनों के लिए बंद किया गया
ताऊ ते के खतरे को देखते हुए बांद्रा-वर्ली सी लिंक दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है। मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि अगले 2 दिन तक मुंबई के समुद्र तटों पर लोगों के जाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। मछुआरों को भी अपनी नाव समुद्र में नहीं ले जाने के निर्देश दिए गए हैं। विभिन्न समुद्री तटों पर लगभग 100 से ज्यादा लाइफगार्ड्स को तैनात किया गया है। इसके अलावा दमकल और NDRF टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है।
मुंबई के समुद्री तट पर BMC ने गोताखोरों की एक बड़ी टीम तैनात की है।
आज तेज हो सकती है ‘ताऊ ते’ की गति: मौसम विभाग
इस बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ट्वीट कर कहा कि ‘ताऊ ते’ अभी लक्षद्वीप में सक्रिय है और आज इसकी गति तेज हो सकती है।
IMD ने ट्वीट किया, ‘ताऊ ते’ के कारण लक्षद्वीप क्षेत्र और इससे सटे दक्षिण-पूर्व और पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर दबाव बन गया है। यह दक्षिण गुजरात और दीव के तटों से टकराएगा। यह 17 मई तक खतरनाक रूप ले सकता है और इस दौरान इसकी रफ्तार 150 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।
क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि अरब सागर के पूर्व-मध्य में आज और कल, जबकि उत्तर पूर्वी भागों में 17 मई को समुद्र में ऊंची लहरें उठने की संभावना है। चक्रवात ‘ताऊ ते’ जो अरब सागर में बना हुआ है, उत्तर-पश्चिमी दिशा में भी इसका प्रभाव रहेगा और 18 तारीख सुबह गुजरात तट के आसपास ये पहुंचेगा।
गुजरात तट में भारी से भारी और बहुत ज्यादा भारी वर्षा खासतौर पर सौराष्ट्र और कच्छ एरिया में होने की उम्मीद की जा रही है। इसके साथ-साथ महाराष्ट्र, गोवा, केरल और कर्नाटक में इसके प्रभाव से भारी से बहुत भारी बारिश होने की उम्मीद की जा रही है और समुद्र अशांत रहेगा, जितने मछुआरे हैं, सभी को समुद्र के अंदर नहीं जाना चाहिए। हम इसको हर तीन घंटे में लगातार अध्ययन कर रहे हैं।