Maharashtra Congress President Harshvardhan Sapkal Spends Three Days of Diwali with Tribals in the Satpuda Hills
Maharashtra Congress President Harshvardhan Sapkal Spends Three Days of Diwali with Tribals in the Satpuda Hills

मुंबई : सातारा ज़िले के फलटण उपजिला अस्पताल की एक महिला डॉक्टर ने पुलिस के लगातार उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर ली यह घटना पूरे पुलिस विभाग के लिए शर्मनाक है। गृह विभाग पर देवेंद्र फडणवीस का नियंत्रण नहीं हैफलटण की यह घटना गृहविभाग की इज़्ज़त को सड़क पर घसीटने वाली है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस को जनता की नहीं तो कम से कम अपनी आत्मा की सुननी चाहिए और तुरंत गृह मंत्री पद से इस्तीफ़ा देकर राज्य को एक पूर्णकालिक गृहमंत्री देना चाहिए।

सातारा की इस घटना पर भाजपा-महायुती सरकार और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस की कड़ी आलोचना करते हुए सपकाल ने कहा

सदरक्षणाय खलनिग्रहणाय’ यह महाराष्ट्र पुलिस का ब्रीदवाक्य हैजिसका अर्थ है ‘सज्जनों की रक्षा और दुष्टों का नाश’। लेकिन आज पुलिस में गुंडोंमवालियों और बलात्कारियों जैसी प्रवृत्तियों को खुली छूट दी जा रही हैजबकि सज्जनों को सताया जा रहा है। इसका पूरा दोष देवेंद्र फडणवीस पर है। पुलिस विभाग का हाल देखकर उन्हें शर्म आनी चाहिएलेकिन चाहे कितनी भी गंभीर घटना होफडणवीस को कोई फर्क नहीं पड़ता। फलटण की यह पहली घटना नहीं है। पहले स्वारगेट बस डिपो में एसटी बस के अंदर एक महिला से बलात्कार हुआ थाउस वक्त गृहराज्य मंत्री का बयान निर्लज्जता की पराकाष्ठा था। रावेर में एक केंद्रीय मंत्री की बेटी से छेड़छाड़ हुईलेकिन कार्रवाई न होने पर मंत्री को ही थाने में धरना देना पड़ा। ‘आका’ और ‘खोक्या’ यह संस्कृति फडणवीस ने महाराष्ट्र को दी है। अब वे सफाई देंगेकहेंगे ‘मैं नहीं’ लेकिन अगर वे सच में धर्म में विश्वास रखते हैं तो फलटण कांड के अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार करें,” ऐसा सपकाल ने कहा।

भाजपा अपने ही सहयोगियों पर नज़र रख रही है…

विपक्षी नेताओं के मोबाइल सर्विलांस के मुद्दे पर बोलते हुए हर्षवर्धन सपकाल ने कहा —

भाजपा अपने ही सत्तासाझेदारों पर निगरानी रख रही है। मोबाइल सर्विलांस भाजपा के लिए कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी भाजपा सरकार ने पेगासस जैसे कांड किए हैं। राज्य में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रश्मी शुक्ला ने देवेंद्र फडणवीस के आदेश पर लगभग 50 नेताओं के फ़ोन अवैध रूप से टेप किए थे। उन पर मुकदमे दर्ज हुए थेलेकिन फडणवीस के दोबारा सत्ता में आते ही उन्हें पुलिस प्रमुख के पद पर पदोन्नत किया गया। अब तो भाजपा वाले विपक्षियों के बाथरूम और टॉयलेट में भी कैमरे लगाने से नहीं चूकेंगेक्योंकि वे अब सभ्यता और संस्कार की सारी सीमाएँ पार कर चुके हैं। यही भाजपा की कार्यपद्धती है।

रा. स्व. संघ अराजकता फैलाने वाली संस्था

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक अपंजीकृत संगठन है। इस संगठन के कारण देश में अराजकता फैलेगीजातियों और धर्मों में संघर्ष होंगे ऐसा स्पष्ट उल्लेख देश के तत्कालीन गृहमंत्री और ‘लौहपुरुष’ सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपने पत्र में किया था।

संघ के शताब्दी समारोह के अवसर पर नागपुर में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। जिस संगठन की स्थापना ही महात्मा गांधी के विचारों और दर्शन के विरोध में हुई थीउस संगठन द्वारा गांधी को नमन करना यह दर्शाता है कि संघ ने वैचारिक रूप से पराजय स्वीकार कर ली है।

इसलिए कांग्रेस पार्टी की मांग है कि संघ अपनी संगठनात्मक गतिविधियाँ बंद करेअपनी संस्था का पंजीकरण करवाएमहात्मा गांधी का चित्र अपने मुख्यालय में लगाएऔर भारतीय संविधान की भावना के अनुरूप एक सशक्त भारत निर्माण के लिए आगे बढ़े।

कई वर्षों तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भारतीय तिरंगे को स्वीकार नहीं किया था। बाद में जब बाहरी दबाव के चलते किसी ने वहाँ तिरंगा फहरायातब जाकर संघ ने उसे अनिच्छा से स्वीकार किया। लेकिन आज भी संघ ने भारतीय संविधान को स्वीकार नहीं किया है।

८० रुपये में वोट खरीदने वाले — भाजपा के वोटचोर

पहले भाजपा ने 40 पैसे पर सोशल मीडिया पर बोलने वाली ट्रोल आर्मी तैयार की थीअब वही जमात 80 रुपये में वोट खरीदने का घोटाला कर रही है। ये 80 रुपये देने वाले और यह सारा खेल कराने वाले कोई और नहींबल्कि भाजपा के ही वोटचोर हैं।

मतदाता सूची में गड़बड़ी भाजपा ने खुद की हैऔर चुनाव आयोग सत्ताधारी भाजपा का कठपुतली बनकर काम कर रहा है। यह 80 रुपये प्रति वोट का खेल तो बस शुरुआत है — आने वाले समय में यह भी उजागर होगा कि कैसे पूरी मतदान प्रक्रिया में धांधली हुईदिल्ली से मतदाता सूचियों में कैसे बदलाव किए गए। तब जनता न केवल चुनाव आयोगबल्कि भाजपा को भी “सळो की पळो” कर देगी।

लोकतंत्र का अर्थ है — जनता काजनता द्वाराजनता के लिए शासन। लेकिन भाजपा लोकतंत्र नहींबल्कि “फोकतशाही” चला रही है। भाजपा का असली चेहरा वोटचोरी के माध्यम से सामने आ चुका है — और यह सिद्ध हो गया है कि भाजपा ही असली वोटचोर है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here