मुंबई: मुंबई क्रूज ड्रग केस में आरोपी आर्यन खान (Aryan Khan Drug Case) की बुधवार को अदालत से बेल रिजेक्ट होने के बाद उनके पिता और बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान (Shahrukh Khan) गुरुवार सुबह उनसे मिलने आर्थर रोड पहुंचे. शाहरुख यहां ज्यादा देर नहीं रुके और कुछ ही देर में वापस लौट गए. उन्हें ग्रे टी-शर्ट और चश्मा लगाए देखा गया. इससे पहले बुधवार को मुंबई सेशन कोर्ट के जज वीवी पाटिल ने 18 पन्नों में दिए आदेश में कहा कि पहली नजर में देखने पर पता चलता है कि आर्यन खान के खिलाफ सबूत हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक इससे पहले शाहरुख खान और उनकी पत्नी गौरी खान ने आर्यन से वीडियो कॉल पर बात की थी. बताया जा रहा था कि दोनों ही बेटे के लिए परेशान हैं और उसकी सेहत को लेकर जेल के अधिकारियों से जानकारी देते रहते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आर्यन खान बेल रिजेक्ट होने के बाद से ही काफी परेशान हैं और कल से ही उन्होंने न तो खाना खाया है और न ही किसी से बात की है.
हाईकोर्ट पहुंचा है केस
आर्यन खान पिछले 14 दिनों से मुंबई के आर्थर रोड जेल में बंद हैं. एनसीबी ने उनपर ड्रग्स लेने और इंटरनेशनल ड्रग ट्रैफिकिंग से जुड़े होने का इल्जाम लगाया है. आर्यन खान की जमानत की याचिका मजिस्ट्रेट कोर्ट और सेशंस कोर्ट से खारिज की जा चुकी है. अब उनके वकीलों ने मुंबई हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
बता दें कि आर्यन खान की न्यायिक हिरासत खत्म होने वाली है, ऐसे में एनसीबी एक बार फिर उनकी न्यायिक हिरासत की मांग करने वाली है. एनसीबी हाई कोर्ट में अपना जवाब डालने के लिए तैयार है. माना जा रहा है कि आर्यन खान को जल्द राहत मिलने के आसार कम हैं.
क्यों रिजेक्ट हुई है बेल?
बुधवार को कोर्ट ने बेल रिजेक्ट करते हुए जो फैसला सुनाया है उसमें NCB के आरोपों में दम होने की बात स्वीकार की गई है. कोर्ट ने कहा, ‘आर्यन और अरबाज काफी लंबे वक्त से दोस्त हैं. वो एक साथ जा रहे थे और उन्हें क्रूज पर साथ में पकड़ा गया है. दोनों ने अपने बयानों में ड्रग्स लेने की बात भी कबूली है. इन सबसे पता चलता है कि आर्यन को पता था कि अरबाज के जूतों में ड्रग्स है.’ आर्यन के पास से ड्रग्स न मिले के डिफेंस पर कोर्ट ने कहा- आरोपी नंबर-1 (आर्यन खान) के पास से भले ही कोई प्रतिबंधित पदार्थ नहीं मिला है, लेकिन आरोपी नंबर-2 (अरबाज मर्चेंट) के पास 6 ग्राम चरस मिली थी. इसलिए कहा जा सकता है कि दोनों को इस बारे में पता था.’