WhatsApp vs Signal vs Telegram comparison: व्हाट्सऐप ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव किया है. इसके बाद बहुत से यूजर्स ने कंपनी की फेसबुक और उसकी सहयोगी कंपनियों के साथ डेटा शेयर करने को लेकर चिंता जाहिर की है. कई लोग नई प्राइवेसी पॉलिसी आने के बाद व्हाट्सऐप के विकल्पों की ओर भी देख रहे हैं. उदाहरण के लिए दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क द्वारा प्रचार किए जाने के बाद सिग्नल ऐप की लोकप्रियता में इजाफा हुआ है.
टेलिग्राम और सिग्नल दोनों को व्हाट्सऐप के सबसे बेहतर विकल्पों के तौर पर देखा जा रहा है. लेकिन यह सवाल उठता है कि व्हाट्सऐप, सिग्नल और टेलिग्राम में से किस प्लेटफॉर्म के प्राइवेसी, सिक्योरिटी आदि फीचर्स बेहतर हैं.
व्हाट्सऐप WhatsApp
फीचर्स
व्हाट्सऐप पर 256 लोगों तक के साथ ग्रुप चैट का फीचर है. इसमें वॉयस और वीडियो कॉल दोनों का सपोर्ट मिलता है, जिसमें इंडीविजुअल और ग्रुप दोनों चैट शामिल हैं. हालांकि, ग्रुप वीडियो कॉल में आप एक समय में आठ यूजर्स तक को शामिल कर सकते हैं. इसके अलावा व्हाट्सऐप पर स्टेटस फीचर भी मिलता है.
व्हाट्सऐप पर सभी तरह की फाइल और डॉक्यूमेंट्स को शेयर कर सकते हैं, लेकिन इसमें साइज लिमिट है. फोटो, वीडियो और ऑडियो फाइल के लिए लिमिट 16 MB है. हालांकि, डॉक्यूमेंट्स 100 MB तक हो सकते हैं. आप कॉन्टैक्ट के साथ लाइव लोकेशन भी शेयर कर सकते हैं.
सिक्योरिटी
व्हाट्सऐप पर एंड टू एंड इनक्रिप्शन 2016 में लाया गया था. इस प्लेटफॉर्म पर आपके सभी मैसेज, वीडियो कॉल, वॉयस कॉल, फोटोज और आप कोई भी चीज शेयर करें, वह एंड टू एंड इनक्रिप्टिड होगी.
हालांकि, व्हाट्सऐप बैकअप (क्लाउड या लोकल) पर इनक्रिप्शन नहीं देता. इसके साथ यह मेटाडेटा पर भी नहीं करता. यह व्हाट्सऐप के सिक्योरिटी मॉडल की सबसे बड़ी आलोचनाएं हैं.
जहां, मेटाडेटा की वजह से कोई आपके मैसेज को नहीं पढ़ सकता है, इससे कंपनी को पता चलता है कि आपने किसको, कब और कितनी देर तक मैसेज किया.
व्हाट्सऐप पर प्राइवेसी को लेकर कुछ बुरे मामले सामने आए हैं, जिसमें खास तौर पर हाल ही में ग्रुप चैट की गूगल सर्च पर इंडैक्सिंग होना है.
डेटा प्राइवेसी
व्हाट्सऐप आपके डेटा में डिवाइस आईडी, यूजर आईडी, विज्ञापन डेटा, खरीदारी की हिस्ट्री, फोन नंबर, ईमेल एड्रेस, कॉन्टैक्ट, क्रैश डेटा, प्रोडक्ट से संबंधित बातचीत, परफॉरमेंस डेटा, पेमेंट जानकारी, कस्टमर सपोर्ट, अन्य यूजर कंटेंट को भी कलेक्ट करता है.
सिग्नल Signal
फीचर्स
सिग्नल पर मैसेजिंग, वॉयस और वीडियो कॉल की सुविधा है. आप ग्रुप भी बना सकते हैं. हाल ही में इस पर ग्रुप कॉलिंग का भी सपोर्ट मिला है. इस पर सबसे बेहतर फीचर नोट टू सेल्फ है. इस पर आप खुद को नोट भेज सकते हैं. इस पर इमोजी और कुछ प्राइवेसी स्टीकर्स भी मिलेंगे, लेकिन वे व्हाट्सऐप और टेलिग्राम के मुकाबले काफी सीमित हैं.
सिक्योरिटी
इस प्लटफॉर्म पर एंड टू एंड इनक्रिप्शन है, इसका मतलब है कि कोई थर्ड पार्टी या सिग्नल भी आपके मैसेज को नहीं पढ़ सकता है. सिग्नल का प्रोटोकॉल ओपन सोर्स है, जो भी बेहतर है.
सिग्नल थर्ड पार्टी बैकअप को भी सपोर्ट नहीं करता है. सभी डेटा डिवाइस पर स्टोर होता है और अगर आपका डिवाइस खराब हो जाता है और आप दूसरे फोन पर सिग्नल का इस्तेमाल करेंगे, तो आपकी पिछली चैट हिस्ट्री खो जाएगी.
डेटा प्राइवेसी
सिग्नल की मुख्य प्राथमिकता यूजर प्राइवेसी है. ऐप यूजर के किसी डेटा को नहीं कलेक्ट करता है. ऐप केवल आपके फोन नंबर को स्टोर करेगा.
टेलिग्राम Telegram
फीचर्स
व्हाट्सऐप की तरह, इस पर बेसिक फीचर्स जैसे चैट, ग्रुप चैट आदि मिलते हैं. हालांकि, इस पर ग्रुप में शामिल होने वाले लोगों की सीमा 2,00,000 तक है.
इसमें पोल, क्विज, हैशटैग आदि भी मिलते हैं. ऐप पर फाइल शेयर करने के लिए साइज लिमिट 1.5 GB है. ऐप अब एंड्रॉयड और आईओएस दोनों डिवाइसेज के लिए वॉयस और वीडियो कॉलिंग की सुविधा देता है.
सिक्योरिटी
टेलिग्राम इनक्रिप्टिड और ओपन सोर्स है. हालांकि, इसमें सिग्नल और व्हाट्सऐप की तरह सामान्य चैट पर एंड टू एंड इनक्रिप्शन नहीं है.
अगर आप टेलिग्राम पर सिक्रेट चैट का फीचर इस्तेमाल करते हैं, तो वह सुरक्षित है और सेव नहीं होगी. आप इन सिक्रेट चैट मैसेज को खत्म करने के लिए टाइमर को भी सेट कर सकते हैं.
डेटा प्राइवेसी
टेलिग्राम द्वारा लिए गए डेटा में नाम, फोन नंबर, कॉन्टैक्ट और यूजर आईडी शामिल है.
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