कोल्हापुर l महाराष्ट्र के भाजपा नेता (BJP EX MP) किरीट सोमैया(kirit somaiya) को सतारा जिले के कराड रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिया गया है। सोमैया के सोमवार को कोहलापुर जाने की उम्मीद थी। कोल्हापुर जिला कलेक्टर ने उनके खिलाफ निषेधाज्ञा जारी की थी और 20 और 21 सितंबर को सभा पर रोक लगाते हुए जिले में धारा 144 लागू की थी।
इससे पहले भाजपा नेता किरीट सोमैया ने रविवार को दावा किया था कि महाराष्ट्र के मंत्री हसन मुश्रीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद उन्हें कानून-व्यवस्था और सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए जिला अधिकारी ने कोल्हापुर में प्रवेश करने से रोक दिया।
कुछ दिन पहले, सोमैया ने ग्रामीण विकास मंत्री और कोल्हापुर के कागल से विधायक मुश्रीफ पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और अपने परिजनों के नाम पर बेनामी रखने का आरोप लगाया था, बाद के मंत्री ने आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया था।
आदेश में बताया उनकी जान को खतरा
सोमैया सोमवार को पश्चिमी महाराष्ट्र जिले का दौरा करने वाले थे, उन्होंने कोल्हापुर के जिलाधिकारी द्वारा दिया गया आदेश भी दिखाया। जिसमें कहा गया है कि सोमैया को भारतीय दंड संहिता की धारा 144 के तहत उनकी जान को खतरा व उनके दौरे के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बिगड़ने आशंका को देखते हुए जिले में उनके प्रवेश पर रोक लगाई गई है।
#WATCH | Maharashtra: BJP leader Kirit Somaiya detained at Karad Railway Station in Satara district
Somaiya was expected to visit Kohlapur today. Kolhapur Dist Collector had issued prohibitory orders against him & imposed Section 144, prohibiting gatherings on September 20 & 21. pic.twitter.com/3fI42IU53y
— ANI (@ANI) September 19, 2021
पुलिस रहेगी विसर्जन में व्यस्त सोमैया को सुरक्षा मुहैया कराना संभव नहीं
आदेश में यह भी कहा गया है कि पुलिस गणपति विसर्जन में व्यस्त रहेगी और सोमैया को सुरक्षा मुहैया कराना संभव नहीं होगा। मुंबई के नवघर थाने के वरिष्ठ निरीक्षक सुनील कांबले ने भी सोमैया को नोटिस जारी कर कोल्हापुर प्रशासन के आदेश का पालन करने को कहा। सोमैया का मुलंड स्थित आवास नवघर थाना क्षेत्र में आता है।
भाजपा ने बताया तानाशाही कदम
इसके बाद ट्विटर पर घमासान शुरू हो गया। सोमैया ने एक ट्वीट में इस घटनाक्रम को उद्धव ठाकरे सरकार की दादागिरी करार दिया। इस बीच, महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने इस कदम को तानाशाही कहते हुए कहा कि ठाकरे सरकार सोमैया की आवाज को दबाने नहीं पाएगी। उन्होंने कहा कि वह सरकार के भ्रष्ट मंत्रियों का पर्दाफाश कर रहे हैं इसलिए ये सब हो रहा है। ट्विटर पर आम लोग भी इस पर अपनी-अपनी बात कह रहे हैं।