मुंबई: बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर दिलीप कुमार Dilip Kumar dies का बुधवार (7 जुलाई) को निधन हो गया. वह पिछले कुछ दिनों से स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे थे. 98 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह दिया. आज सुबह 7.30 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली.
दिलीप कुमार को सांस लेने में दिक्कत के चलते एक बार फिर 29 जून को उन्हें एक बार फिर से मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. स्वास्थ्य समस्याओं के कारण उन्हें आईसीयू वार्ड में भर्ती करवाया गया था. उनके निधन के बाद न सिर्फ बॉलीवुड बल्कि उनके फैंस भी गमगीन हैं.
दिलीप कुमार का असली नाम मोहम्मद यूसुफ खान था। उन्होंने ‘ज्वार भाटा’ (1944), ‘अंदाज’ (1949), ‘आन’ (1952), ‘देवदास’ (1955), ‘आजाद’ (1955), ‘मुगल-ए-आजम’ (1960), ‘गंगा जमुना’ (1961), ‘क्रान्ति’ (1981), ‘कर्मा’ (1986) और ‘सौदागर’ (1991) समेत 50 से ज्यादा बॉलीवुड फिल्मों में काम किया है।
पद्मभूषण और दादा साहब अवॉर्ड से सम्मानित
बेहतरीन अदाकारी के लिए उन्हें 8 बार बेस्ट एक्टर के तौर पर फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े सम्मान दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। 2015 में सरकार ने उन्हें देश का दूसरा सबसे बड़े सम्मान पद्म भूषण भी दिया था।
कोरोना से दो भाइयों का इंतकाल हुआ
इससे पहले कोरोना की वजह से पिछले साल दिलीप कुमार के दो छोटे भाइयों का इंतकाल हो गया था। 21 अगस्त को 88 साल के असलम का और फिर 2 सितंबर को 90 साल के अहसान चल बसे। इसके चलते सायरा बानो और दिलीप कुमार ने 11 अक्टूबर को अपनी शादी की 54वीं सालगिरह का जश्न नहीं मनाया था।
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