
डिपार्टमेंट्स ऑफ पोस्ट्स और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक IPPB के डिजिटल पेमेंट ऐप DakPay को एक वर्चुअली इंवेंट के दौरान लांच किया गया. यह ऐप देश के सुदूर क्षेत्रों में रह रहे लोगों को डिजिटल फाइनेंसिल सेवाएं उपलब्ध कराने के प्रयास का हिस्सा है. इसका उद्घाटन मंगलवार को कम्युनिकेशंस एंड आईटी मिनिस्टर रवि शंकर प्रसाद ने किया. डाकपे न सिर्फ एक डिजिटल पेमेंट ऐप है बल्कि इंडिया पोस्ट और आईपीपीबी के ग्राहक अब डिजिटल फाइेंसियल और बैंकिंग सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे.
घर बैठे कर सकेंगे पोस्टल प्रॉडक्ट के लिए ऑर्डर
इसकी लांचिंग के मौके पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि डाकपे ने इंडिया पोस्ट की विरासत को और समृद्ध किया है. इस ऐप के जरिए लोगों को न सिर्फ बैंकिंग सेवाओं और पोस्टल प्रॉडक्ट्स तक ऑनलाइन पहुंच सुनिश्चित होगी.
कोई भी शख्स ऑनलाइन पोस्टल फाइनेंसियल सर्विसेज के लिए ऑर्डर कर सकते हैं और उसे घर पर पा सकते हैं. पोस्टल सेक्रेटरी और आईपीपीबी बोर्ड के चेयरमैन प्रदीप्त कुमार बिसोई का कहना है कि हर भारतीय की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए डाकपे पूरी तरह से भारतीय समाधान है.
DakPay ऐप के जरिए कर सकेंगे ये काम
इस ऐप के जरिए पैसे भेजे सकेंगे और डिजिटल तरीके से सेवाओं और मर्चेंट्स को भुगतान किया जा सकेगा.
डाकपे ऐप के जरिए क्यूआर कोड स्कैन कर भी पैसे भेज सकते हैं.
इसके अलावा ऐप के जरिए देश के किसी बैंक के साथ बैंकिंग सेवाओं को लिया जा सकता है यानी यह ऐप इंटऑपरेबल सर्विसेज उपलब्ध कराता है.
2018 में पीएम मोदी ने IPPB को किया था शुरू
आईपीपीबी को दूरसंचार मंत्रालय के डाक विभाग के तहत स्थापित किया गया है. इसमें 100 फीसदी हिस्सेदारी भारत सरकार की है.आईपीपीबी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 सितंबर 2018 को लांच किया था.
बैंक की स्थापना का मुख्य उद्देश्य देश के आम नागरिकों को अफोर्डेबल और विश्वसनीय बैंक की सुविधाएं उपलब्ध कराना था. इस समय देश भर में 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस हैं जिसमें से 1.35 लाख गांवों में हैं और उसमें 3 लाख कर्मचारी कार्यरत हैं.