The Election Commission's work is
The Election Commission's work is "number ten"; who is responsible for duplicate and triplicate names? The Commission has shirked responsibility: Harsh Vardhan Sapkal

मुंबई : लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में जनता को मूलभूत अधिकार और शक्तियाँ प्राप्त हैं। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस की डॉ. मनमोहन सिंह सरकार ने जनता को सूचना का अधिकार (RTI) कानून दिया। इस कानून से सरकार पर नियंत्रण रखने में मदद मिली और भ्रष्टाचार उजागर हुए। लेकिन 2014 में केंद्र में आई भाजपा की मोदी सरकार ने इस कानून में बदलाव कर इसे कमजोर कर दिया। अब फिर से सूचना के अधिकार को सशक्त करने के लिए आवाज उठाने की जरूरत हैऐसा कहना है महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल का।

 तिलक भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए सपकाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा लाया गया सूचना का अधिकार कानून अब 20 साल पूरा कर चुका हैलेकिन भाजपा सरकार इस महत्वपूर्ण कानून की धार को कुंद कर रही है। मांगी गई जानकारी न देनासूचना आयुक्तों के पद खाली रखना, “यह व्यक्तिगत जानकारी है” जैसे बहाने देकर सूचना रोकना – ये सब सुनियोजित तरीके से चल रहा है। अब तो RTI के दायरे से रिजर्व बैंक और चुनाव आयोग को भी बाहर कर दिया गया है। मतदान का CCTV फुटेज न देनामतचोरी और नोटबंदी जैसे घोटाले उजागर न होंइसके लिए कानून को कमजोर किया गया है। कुल मिलाकरसरकार के स्तर पर चल रहे भ्रष्टाचार और अनियमितता उजागर न होंइसलिए सूचना का अधिकार कानून को कमजोर किया गया है। लेकिन कांग्रेस पार्टी इस साजिश के खिलाफ आवाज उठाएगी और इस कानून को और मजबूत करने के लिए संघर्ष करेगीऐसा सपकाल ने कहा।

 भाजपा भारत को तालिबान बनाना चाहती है!

तालिबान के विदेश मंत्री की दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को प्रवेश न देने का तालिबानी फरमान बेहद आपत्तिजनक है। कांग्रेस पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है। भाजपा भारत को तालिबान बनाना चाहती हैयह गंभीर आरोप कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को हमेशा सम्मानपूर्वक आमंत्रित किया जाता है — यह टिप्पणी उन्होंने व्यंग्य के रूप में की।

नाथूराम और देवेंद्र फडणवीस…

आरक्षण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समाज को आपस में लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। वे अंग्रेजों की “फूट डालो और राज करो” की नीति को ठंडे दिमाग से लागू कर रहे हैं। नाथूराम ने भी ठंडे दिमाग से महात्मा गांधी की हत्या की थी। गांधीजी पर गोली चलाने से पहले नाथूराम ने उनके पैर छुए थे। फडणवीस भी वैसा ही ठंडे दिमाग से काम करते हैं। यहाँ फडणवीस और नाथूराम की तुलना नहीं की जा रहीलेकिन दोनों की modus operandi एक जैसी है — ऐसा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा।

 राज और उद्धव ठाकरे की मुलाकात…

राज और उद्धव ठाकरे की मुलाकात पर पूछे गए सवाल के जवाब में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि “हम भारत जोड़ो वाले हैं। दो भाई मिलेंकितनी बार मिलें — इस पर कांग्रेस को कोई आपत्ति नहीं है। इंडिया गठबंधन में किसे शामिल करना हैयह निर्णय गठबंधन के घटक दल मिलकर लेंगे।”

 राज्य में दंगे भड़काने की साजिश…

राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक संग्राम जगताप पर पूछे गए सवाल पर सपकाळ ने कहा कि “जातीय सौहार्द बिगाड़ने वाले शीर्ष 10 लोगों में उनका भी नाम शामिल है। उनकी पार्टी ने उन्हें सख्त चेतावनी दी हैलेकिन पिछले कुछ दिनों से अहमदनगर ज़िले में जानबूझकर कुछ घटनाएँ रची जा रही हैं। राज्य की शांति भंग कर दंगे करवाने की साजिश रची जा रही है,” ऐसा हर्षवर्धन सपकाल ने कहा।

 किसानों की सोयाबीन फसल समर्थन मूल्य पर खरीदी जाए!

सोयाबीन का घोषित समर्थन मूल्य 5,400 रुपये प्रति क्विंटल हैजबकि बाजार में 3,200 से 3,700 रुपये दर पर खरीदी की जा रही है — यह किसानों के साथ सीधी धोखाधड़ी है। समर्थन मूल्य से कम कीमत पर खरीदी करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएअन्यथा सरकार को ही समर्थन मूल्य पर किसानों की फसल खरीदनी चाहिए। अगर सरकार ने ऐसा नहीं कियातो कांग्रेस किसी भी मंत्री को राज्य में घूमने नहीं देगीऐसा सख्त इशारा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने दिया।

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